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तहसील सिकन्दरपुर में खतौनी अंश निर्धारण के नाम पर जमकर हो रही वसूली


रिपोर्ट-अरविन्द पाण्डेय

  बलिया। बलिया जनपद के सिकन्दरपुर तहसील में खतौनी अंश निर्धारण के नाम पर इन दिनों लेखपालो  द्वारा जनता  से जबरन पैसे की वशूली की जा रही है,सिकन्दरपुर तहसील में विगत कई दिनों से अंश निर्धारण खतौनी का कार्यक्रम चल रहा था जो कि लगभग पूरा हो चुका है, खतौनी पूरा होने पर काश्तकार किसान अपने-अपने खेत की खतौनी कंप्यूटर द्वारा निकाल रहे हैं।

नया खतौनी निकालने पर किसानों के अंश निर्धारण में कई सारी त्रुटियां देखने को मिल रही हैं जिस समस्या को लेकर किसान जब अपने क्षेत्र के लेखपाल के पास जाते हैं कि हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ है हमारे अंश निर्धारण में गलत नंबर गलत नाम गलत अंश निर्धारण क्यों हुआ है, तो लेखपाल द्वारा जवाब दिया जाता है कि हमारी गलती नहीं है यह कंप्यूटर की गलती है। 

जबकि कंप्यूटर पर बैठे अधिकारी से पूछा गया तो बताते हैं कि जो लेखपाल लोग अंश निर्धारण करके लिखित दिए हैं वही हम लोग चढ़ाए हैं। 

किसानों व कास्तकारों को ये पता नहीं चल पा रहा है कि गलती कैसे हुई है,बेचारे किसान इधर-उधर लेखपाल ऑफिस का चक्कर लगा रहे हैं।किसानों का कहना है कि अंश निर्धारण सुधारने के लिए 2000 से 3000 रुपए का डिमांड किया जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के दुगौली निवासी वीरेंद्र पाण्डेय के समक्ष आया है,जिनके पिता जी का नाम पिछले खतौनी में रामा तिवारी था और वह नाम बदल गया है और सुधरवाने के लिए अपने हलके के लेखपाल के यहां गए तो उन्होंने पैसे का डिमांड किया कि पैसा दीजिए तो सुधरवा दूंगा,जबकि सरकार द्वारा यह नियम बनाया गया था कि अंश निर्धारण हेतु हल्का के लेखपाल जो भी जमीन के काश्तकार है उनके घर जाएंगे और वहां से कन्फर्म जानकारी लेकर अंश निर्धारण का कार्य किया जाएगा।
लेकिन किसानों का कहना है कि हमारे यहां एक भी दिन कोई लेखपाल नहीं गया और इधर लेखपाल महोदय लोग तहसील में ही बैठकर अपने मन से मनमानी करके अंश निर्धारण का मामला मनमानी ढंग से कर दिए हैं। 
अगर यह लोग किसानों के यहां गए होते तो ऐसा त्रुटि नहीं हुआ होता,बताते चलें कि अभी तो यह शुरू का मामला है अगर तहसील क्षेत्र के सारे काश्तकार अपनी अपनी खतौनी निकालने लगे तो यह मामला आने वाले समय में  विकराल रूप धारण कर लेगा ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह लेखपाल कानूनगो  या इसमें जितने भी अधिकारी हैं उनकी सोची समझी साजिश के तहत गलत अंश निर्धारण किया गया है कि काश्तकारों से धन उगाही का कार्य किया जा सके।

उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर रवि कुमार पासवान नें बताया कि ऐसी त्रुटियां हमारे समक्ष आ रही है इसमें किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है इसमें दफा 38 का नोटिस कार्य करके खतौनी को सुधार दिया जाएगा।

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