मनीष गुप्ता
स्थानीय लोगों ने बताया कि मेला काफी शांति पूर्वक तरीके से चल रहा था, लेकिन कुछ लोगो द्वारा गुटबाजी करके आपसी रंजिश को लेकर बस स्टैंड चौराहे से न्यू मार्केट के बीच लगभग चार से पांच जगहो पर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया जिससे मेले में भदगड मच गई मेले में आए हुए मेलार्थी अपने अपने घरों के लिए चल दिए। पुलिस प्रशासन की टीम मेले में बौना साबित हुई। एक तरफ प्रशासन दावा कर रहा है की आराजकतत्वों से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।
लेकिन रविवार की रात्रि मेले में हुई कई जगहों पर मार पीट की घटना ने पुलिस व्यवस्था की सारी पोल खोल के रख दी है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि अगर मेला सही ढंग से न चला तो हम लोग पूरी तरह से नुकसान में चले जायेंगे। काफी मात्रा में समान की बिक्री के लिए खरीदारी की गई है। लोगो की माने तो कुछ लडको की झुंड जो मेले में नारेबाजी करते हुए और एक साथ तेज साउंड में भोभा बजाते हुए हूटिंग करते हुवे देखे जा सकते है। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा इन लोगो पर कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। जिससे इन लोगो का मनोबल और बढ़ता जा रहा है।
इस संबंध में जब थानाध्यक्ष सिकंदरपुर दिनेश पाठक से दूरभाष पर बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा मेले में भीड़ का हवाला देते हुए फोन को काट दिया गया।
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