बैरिया/बलिया :-दूबेछपरा-गोपालपुर के निकट हो रहे कटानरोधी कार्यों के क्रम में निर्माणाधीन रिंग बंधा का निर्माण कार्य मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसानों ने गुरुवार को रोक दिया। किसानों को मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के अभियंताओं द्वारा यह समझाने का प्रयास किया गया कि शासन से पैसा मिलते ही मुआवजा भुगतान कर दिया जाएगा। बंधे का निर्माण आप लोग होने दें किंतु किसान पहले मुआवजा तब बंधे का निर्माण की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक बंधे का निर्माण कार्य बंद था।
बता दें कि दूबेछपरा के निकट गंगा के कटान से गोपालपुर, दूबेछपरा, उदईछपरा आदि गांवों को बचाने के लिए बैरिया के विधायक सुरेंद्र सिंह के प्रयास से 27 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा कटानरोधी कार्य अंतिम चरण में है। अब सिर्फ रिंग बंधे का कुछ हिस्सा निर्माण को बाकी है। जहां किसानों के खेत को काटकर उनके खेत में रिंगा बंधा बनाया जाना है किंतु किसान पहले मुआवजा की मांग पर अड़े हुए हैं।
किसानों का आरोप है कि दो साल पहले भी मुआवजा का झांसा देकर विभाग उनके खेतों की मिट्टी काटकर रिंग बंधा बना लिया था, जो गंगा में बह गया और उन्हें मुआवजा नहीं मिला। अगर इस पर मुआवजा का भुगतान सिंचाई विभाग पहले नहीं करता है तो रिंग बंधा का निर्माण हम लोग नहीं होने देंगे। मौके पर पहुंचे अवर अभियंता मुन्ना यादव व अयूब खां ने किसानों को समझाने का प्रयास किया किंतु किसानों ने उनका एक न सुनी।
रिंग बंधे का निर्माण कार्य रोकने वालों में रमाकांत पांडेय, चंद्रकांत तिवारी, खेदन तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, रामजी तिवारी, मदन तिवारी, सर्वनाथ तिवारी सहित दर्जनों किसान मौजूद थे। अवर अभियंता मुन्ना यादव ने जागरण को बताया कि मुआवजा भुगतान के लिए पत्रावली शासन में गया है, अभी धन स्वीकृत नहीं हुआ है, धन स्वीकृत होते ही किसानों का मुआवजा दे दिया जाएगा।
बता दें कि दूबेछपरा के निकट गंगा के कटान से गोपालपुर, दूबेछपरा, उदईछपरा आदि गांवों को बचाने के लिए बैरिया के विधायक सुरेंद्र सिंह के प्रयास से 27 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा कटानरोधी कार्य अंतिम चरण में है। अब सिर्फ रिंग बंधे का कुछ हिस्सा निर्माण को बाकी है। जहां किसानों के खेत को काटकर उनके खेत में रिंगा बंधा बनाया जाना है किंतु किसान पहले मुआवजा की मांग पर अड़े हुए हैं।
किसानों का आरोप है कि दो साल पहले भी मुआवजा का झांसा देकर विभाग उनके खेतों की मिट्टी काटकर रिंग बंधा बना लिया था, जो गंगा में बह गया और उन्हें मुआवजा नहीं मिला। अगर इस पर मुआवजा का भुगतान सिंचाई विभाग पहले नहीं करता है तो रिंग बंधा का निर्माण हम लोग नहीं होने देंगे। मौके पर पहुंचे अवर अभियंता मुन्ना यादव व अयूब खां ने किसानों को समझाने का प्रयास किया किंतु किसानों ने उनका एक न सुनी।
रिंग बंधे का निर्माण कार्य रोकने वालों में रमाकांत पांडेय, चंद्रकांत तिवारी, खेदन तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, रामजी तिवारी, मदन तिवारी, सर्वनाथ तिवारी सहित दर्जनों किसान मौजूद थे। अवर अभियंता मुन्ना यादव ने जागरण को बताया कि मुआवजा भुगतान के लिए पत्रावली शासन में गया है, अभी धन स्वीकृत नहीं हुआ है, धन स्वीकृत होते ही किसानों का मुआवजा दे दिया जाएगा।

0 Comments