Ticker

6/recent/ticker-posts

खेतों में लटकते विद्युत तार से फसल बर्बादी का खतरा —विद्युत विभाग की उदासीनता का खामिया भुगकते है किसान



दुबहड़/बलिया  
गर्मी की शुुरूआत होेने के साथ ही किसानों को आग लगी की घटना से होने वाले बर्बादी को लेकर इनके माथे पर बल दिखने लगे। विद्युत उपकेन्द्र दुबहड़ से लगायक दर्जनों गांव है जहां खेतों से गुजरते हाईटेंशन तार, जर्जर विद्युत पोल व लटते तार किसानों के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। 

जर्जर झूलते तार से निकलने वाली स्पार्किंग के चलते किसानों को मेहनत व उनकी पूंजी को भस्म करने में तनिक समय नहीं लगता। जर्जर व झूलते तार जब पछूआ हवा के चलते टकराते है तो उनसे निकलने वाली चिंगारी किसानों को तबाह करने के लिए काफी है। किसानों को अपनी पकी फसल को काटने से ज्यादा आग को बचाने की ज्यादा चिंता है। क्षेत्र के पिपरा, सवरूबांध, बेयासी, नगवा, अखार, पांडेयपुर, घोड़हरा, दुबहड़, किशुनीपुर, भरसर, मिल्की, आदि दर्जनों गांव ऐसे है जहां आज तक जर्जर तार व विद्युत पोल नहीं बदला गया। जिसे कारण दिन प्रतिदिन तार कमजोर होते गये। विभाग जैसे तैसे इन जर्जर तार पर हाईटेंशन विद्युत प्रवाह करके विद्युत स्पलाई करता है। जिससे किसानों में विद्युत स्पार्किग से होने वाली आगलगी का दहशत हमेशा बना रहा है। 

वहीं किसानों का कहना है कि हमें उम्मीद थी​ कि सरकार बदलने के साथ ही क्षेत्र में जर्जर पोल व जर्जर तार बदले जायेगे। परन्तु एक वर्ष बीत गये आज तक एक मीटर तार भी नहीं बदला गया। विद्युत विभाग की उदासीनता और सरकार की जुमलेबाजी से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों हो रहा है। वहीं विद्युत स्पार्किग् से होने वाली फसल की क्षति का मुआवजा भी किसानों को नहीं मिलता। जिससे किसानों की कमर टूट जाती है। किसान कहीं के नहीं रह जाता। जिससे किसान डरे और सहमे हुए है। कहा कि अगर सरकार जर्जर तार बदल नहीं सकती तो कम से कम तार उतार लें ताकि किसान बर्बाद न हों।

Post a Comment

0 Comments