बलिया डेस्क,23मार्च। सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के नवानगर अस्पताल के समीप ट्रांसफार्मर में फ्यूज जोड़ने के दौरान पूर्व संविदा लाइन मैन गंभीर रूप से झुलस गया आसपास मौजूद लोगों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने जिला अस्पताल भेज दिया। वहीं बिजली विभाग के कर्मचारी घायल को छोड़कर मौके से फरार हो गए। मिली जानकारी के अनुसार मालदा फीडर पर तैनात संविदा कर्मचारी मंटू सिंह ने नवानगर गांव निवासी भरत राम उम्र 62 वर्ष पूर्व लाइनमैन मालदा फीडर के मोबाइल नंबर पर 9918151857 पर अपने मोबाइल नंबर 7310389222 से शनिवार की दोपहर फोन कर नवानगर अस्पताल के छत के ऊपर टूट कर गिरे तार को जोड़ने के लिए कहा इस दौरान घायल भरत राम ने कहा कि हमने लाइनमैन मंटू सिंह से कहा कि सीडडाउन मिलेगा तभी हम काम कर पाएंगे जिस पर मंटू सिंह द्वारा कहा गया कि सीट डाउन ले लिया गया है गौरीशंकर को भेज रहा हूं उनके साथ मिलकर तार को जोड़ दीजिए मैं छत पर चढ़कर तार जोड़ दिया और जैसे ही ट्रांसफार्मर पर चढ़कर फ्यूज जोड़ रहा था तभी बिजली आ गई।
एक तरफ प्रदेश सरकार विद्युत व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने में लगी हुई है लेकिन बिधुत सब स्टेशन पर तैनात कर्मचारी संविदाकर्मियों की जान को जोखिम में डालने के बाद अपने आप को पाक साफ समझने लगते हैं। ऐसा ही नजारा नवानगर अस्पताल के समीप भी देखने को मिला जब विद्युत विभाग की लापरवाही से एक परिवार का कमाऊ सदस्य जीवन और मौत के बीच जूझ रहा है और कर्मचारी घटना से पूरी तरह अनभिज्ञ हो गए।
इस संबंध में मालदा विद्युत सब स्टेशन पर तैनात जेई सद्दाम अंसारी से पूछने पर पहले तो उन्होंने कहा कि वह हमारा कर्मचारी नहीं है लेकिन जब उनसे बताया गया कि वह संविदा कर्मचारी मंटू सिंह के कहने पर ही गया था इसके बाद वह आग बबूला हो गए और सीधा कहा कि आपको जो छापना है छापिए मेरे सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
इस संबंध में जब एसडीओ अजय कुमार से वार्ता किया गया तो उन्होंने कहा कि भरत राम पूर्व में मालदा सब स्टेशन के संविदा कर्मचारी रहे हैं मेरे संज्ञान में इस घटना से संबंधित कोई जानकारी नहीं है पूरे मामले की जांच की जाएगी जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर में घटना की जानकारी के बाद पहुंची घायल लाइनमैन भरत राम की पत्नी सहलतिया उम्र 58 वर्ष व पुत्री सुनीता व अनीता का रो-रोकर बुरा हाल था बार-बार लाइनमैन की पत्नी यही कह रही थी कि जब काम होता था तो बिजली विभाग के कर्मचारी फोन करके इनको बुलाते थे हम मना भी करते थे तो यह नहीं मानते थे और उनके कहने पर चले जाते थे आज जब इनके साथ हादसा हो गया तो बिजली विभाग का कोई कर्मचारी देखने तक नहीं आया बार-बार कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रही थी।
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