वीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया ।
रिपोर्ट शकील खान ।
बैरिया बलिया । स्थानीय तहसील अंतर्गत मधुबनी ग्राम सभा के महंत जी के मठिया के प्रांगण में बुधवार को वीर अब्दुल हामिद का शहादत दिवस मनाया गया ।
भारतीय सेना के कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार, अब्दुल हमीद, 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी अद्वितीय वीरता के लिए जाने जाते हैं, जिसके दौरान उन्होंने आठ पाकिस्तानी टैंकों को नष्ट कर दिया था और नौवें को नष्ट करते समय शहीद हो गए थे. उन्हें इस बहादुरी के लिए मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च सैन्य सम्मान, परमवीर चक्र, से सम्मानित किया गया था।
1 जुलाई, 1933, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के धामूपुर गाँव में
मोहम्मद उस्मान, जो पेशे से दर्जी थे के घर पैदा हुए
हमीद को लाठी चलाना, कुश्ती का अभ्यास करना और निशानेबाजी जैसी गतिविधियों में गहरी रुचि थी ।
27 दिसंबर, 1954 को 4 ग्रेनेडियर रेजिमेंट में
1962 का भारत-चीन
इस युद्ध के दौरान, उनकी बटालियन ने नमका चू की लड़ाई लड़ी थी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे लेकिन उन्होंने युद्ध जारी रखा ।
1965 का भारत-पाकिस्तान के युद्ध में
खेमकरण सैक्टर में चीमा
असल उत्तर की लड़ाई के दौरान, 9-10 सितंबर, 1965 को, उन्होंने दुश्मन के आठ टैंकों को नष्ट कर दिया. नौवें टैंक को नष्ट करते हुए वह वीरगति को प्राप्त हुए.
सम्मान और योगदान:
परमवीर चक्र:
उनकी अद्वितीय वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.
यादगार:
उनकी शहादत को याद करने के लिए उनके गाँव में एक शहीद पार्क बनाया गया है, जिसमें उनकी प्रतिमा और युद्ध स्मारक शामिल हैं.।
सर्वदलीय मंच से सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि बिहार प्रदेश के मांझी विधायक डॉ 0सत्येंद्र कुमार यादव ने वीर अब्दुल हमीद के जीवन और उनके कृतियों पर प्रकाश डाला । उन्होंने युवाओं से अपील की कि आप नफरत की राजनीति के शिकार मत बनिए बल्कि देश में भाईचारे को स्थापित कीजिए ।क्योंकि नफरत का एजेंडा हमे सर्वनाश की तरफ ले जाएगा और मुहब्बत का एजेंडा हमे विकास की तरफ ले जाएगा । देशविरोधी ताकतों को पहचानने की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश में हो रहे नफरत की राजनीति को रोकने की आवश्यकता है।देश को एकजुट करने की आवश्यकता है । सरदार भगत सिंह,सुभाष चंद्र बोस, अब्दुल हमीद ब्रिगेडियर उस्मान , अब्दुल कलाम ,आदि लोगो जैसा देशभक्त बनने का आग्रह किया ।
इस अवसर पर द्वाबा के सैकड़ों पूर्व सैनिकों को फूल माला और अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया ।
वीर अब्दुल हमीद यादगार समिति के अध्यक्ष मुहम्मद इस्राइल ने सभी आगंतुकों का इस्तकबाल किया ।सभा की अध्यक्षता सूबेदार नन्द जी यादव ने किया ।
इस अवसर पर अजीत सिंह, मधुबनी के प्रधान प्रतिनिधि अरुण यादव ,मुहम्मद रफीक, सिकंदर ,आरिफ खान, किसान नेता दिलीप सिंह, राकेश वर्मा,खजांची राय,पारसनाथ वर्मा,श्री राम सिंह फौजी, फौजी धीरेन्द्र सिंह डब्लू ,राजप्रताप यादव, यूथ क्लब के प्रबंधक अजय सिंह, रघुवंश उपाध्याय, सुनील यादव पत्रकार ,और सैकड़ों रिटायर्ड फौजी मौजूद रहे। सभा का संचालन शकील खान पत्रकार ने किया
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