रसड़ा ,बलिया।।
सरकार गांवों में लाखों रूपये खर्च कर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराकर स्वच्छ भारत मिशन, स्वस्थ भारत अभियान चला रही है।और इसको सार्थक बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है किंतु रसड़ा ब्लाक में जिम्मेदारों की भारी उदासीनता के चलते लगभग सभी सामुदायिक शौचालयों पर या तो ताले लकट रहे हैं या वे उपयोग के लायक नहीं रहने से स्थिति बदहाली की ओर अग्रसर हो रही है। साथ ही साथ व्यक्ति शौचालय 30 से 40 प्रतिशत के आस-पास जरूर उपयोगी साबित हुए हैं जबकि शेष में उपले व भूसा ही रखे जा रहे हैं।
रसड़ा ब्लाक के 75 गांवों में सरकार द्वारा 78 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। सरकार द्वारा प्रति सामुदायिक शौचालय के नियमित संचालन व साफ-सफाई आदि पर प्रतिमाह 9 हजार रूपये खर्च कर रही है। इस हिसाब से रसड़ा ब्लाक के सामुदायिक शौचालयों के संचालन में प्रतिमाह लगभग 702000 रूपये खर्च किए जा रहे हैं किंतु धरातल पर हाल कुछ और ही है।
रसड़ा ब्लाक के खड़सरा, रसूलपुर, कोटवारी, जाम, महराजपुर, कमतैला, सरदासपुर,छितौनी, अठिला, सरायभारती,कोप, कुरेम उतर पट्टी अमहरआदि गांवों में या तो शौचालय पर ताला लटक रहे हैं या वह उपयोग के लायक नहीं है न बचे हैं।


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