नगर के मोहल्ला भिखपुरा निवासी आठ वर्षीय बालिका (आयत परवीन) ने रमजान के छठवीं का रोजा रख कर न केवल अपने मजहब के प्रति अक़ीदा को उजागर किया है।बल्कि दूसरों को भी यह नसीहत दिया है कि रमजान के रोजों को अनिवार्य रूप से रखें।
बता दें कि मोहल्ला भिखपुरा निवासी मो.आरिफ अंसारी के आठ वर्षीय पुत्री आयत परवीन माहे रमजान के छठवीं का रोजा रख अपने मजहब के प्रति अकीदा पेश किया है।
वही आयत की मां जुबैदा खातून ने बताया कि वह रमजान के महीना शुरू होने के पहले ही दिन से बार बार रोजा रखने की जिद करती थी, कि सभी रोजे रखेगी।
उस की कम उम्र को देखते हुए मैं और उस के पापा बार बार मना किये कि अभी रोजा मत रखो, बड़ा हो कर रोजा रखना किन्तु वह नहीं मानी और रमजान के छठवीं रोजा के एक दिन पहले उसने जिद पकड़ लिया कि वह रोजा रहेगी।
उसकी जिद और अक़ीदा के आगे हमें झुकना और हाँ कहना पड़ा। छठवीं रोजा की भोर में बाकायदा आयत परवीन ने सहरी खाया और रोजा रखा।
पूरे दिन उसने एक बार भी खाने पीने की जिद नहीं कि और पूरे दिन मोहल्ले के हम उम्र बच्चों के साथ खेलती रही।शाम को समय होने पर उसने पूरे परिवार के साथ बैठ कर इफ्तार किया।
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